आज का पंचांग 9 अगस्त 2024 :-
नाग पंचमी के दिन क्या होगा पूजा का शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय, यहां जानें पूरा पंचांग
दैनिक पंचांग :- नाग पंचमी के दिन सूर्योदय सुबह 5 बजकर 41 मिनट पर होगा। वहीं सूर्यास्त शाम के 7 बजकर 10 मिनट पर होगा। आइए जानें आज का पूरा पंचांग।
आज का पंचाग (9 अगस्त 2024) :- सावन मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि के दिन नाग पंचमी का पर्व मनाया जाएगा। आज के दिन हस्त नक्षत्र रहने वाला है। नाग पंचमी के दिन अभिजीत – 11:53 से 12:48 तक रहेगा। इस मुहूर्त में पूजा करना बहुत ही शुभ रहेगा। आज के दिन राहुकाल का समय
प्रातःकाल 10:30 बजे से दोपहर 12 बजे तक रहने वाला है। राहुकाल में कोई भी शुभ काम ना करें। इसके साथ ही आज के दिन पश्चिम दिशा में यात्रा करने से बचें। इस दिशा में दिशा शूल रहेगा। अब आइए जानें पूरा पंचांग।
Daily Panchang :- आज का पंचाग 9 अगस्त 2024
संवत – पिङ्गला विक्रम संवत 2081
माह – श्रावण, कृष्ण पक्ष
तिथि – पंचमी
व्रत व पर्व – नागपंचमी
दिवस – शुक्रवार
सूर्योदय – 05:41 Am
सूर्यास्त – 07:10 Pm
नक्षत्र – हस्त
चन्द्र राशि – कन्या, स्वामी ग्रह – – बुध
सूर्य राशि – कर्क, स्वामी – चन्द्रमा
करण – बव 01: 54 Pm तक फिर बालव
योग – सिद्ध 0142 Pm तक फिर साध्य
शुभ मुहूर्त
- अभिजीत :- 11:53 Am से 12:48 pm
- विजय मुहूर्त :- 02: 27 Pm से 03:25 Pm तक
- गोधुली मुहूर्त :- 06:29 Pm से 07:23 Pm तक
- ब्रम्ह मुहूर्त – 4:08 Am से 05:09Am तक
- अमृत काल – 06:06Am से 07:55Am तक
- निशीथ काल मुहूर्त – रात्रि 11:52 से 12:43 तक रात
संध्या पूजन – 06:21 Pm से 07:20 Pm तक
दिशा शूल – पश्चिम दिशा । इस दिशा में यात्रा से बचें। दिशाशूल के दिन उस दिशा की यात्रा करने से बचते हैं, यदि आवश्यक है तो एक दिन पहले प्रस्थान निकालकर फिर उसको लेकर यात्रा करें।
अशुभ मुहूर्त
राहुकाल – प्रातःकाल 10:30 बजे से दोपहर 12 बजे तक
क्या करें –
नागपंचमी में नाग उपासना करें। कलसर्प दोष का उपाय करें। श्रावण माह का व्रत करें। शिव उपासना के साथ साथ भगवान विष्णु जी की पूजा पर ध्यान दें। आज दुग्ध व दही से शिव लिंग का रुद्राभिषेक करें। घर मे नर्मदेश्वर या पारद शिवलिंग रखें व उनकी उपासना करें। श्रावण माह में भगवान शिव व माता दुर्गा जी को प्रसन्न करना सहज भक्ति भाव से ही आसान हो जाएगा आज बहुत पवित्र तिथि है। सिद्धिकुंजिकास्तोत्र का 18 बार पाठ करें। शिवलिंग की उपासना करें। दुर्गासप्तशती का पाठ भी करें। अन्न व फलों का दान करे। शिव मंदिर परिसर में बेल का पेड़ लगाएं। आज गन्ने से रुद्राभिषेक करने से सभी कष्ट समाप्त होते हैं। दुग्ध से रुद्राभिषेक करने से धनएसम्पदा व ऐश्वर्य का सुआगमन होता है। श्रावण माह में तीर्थ करें। शिव पुराण का पाठ पूर्ण कर तत्पश्चात हवन करें। आज घर मे पूड़ी, सब्जी, खीर हलवा इत्यादि बनाकर खाना चाहिए व उनका दान भी करना चाहिए।
क्या न करें – असत्य का साथ मत दें।