लखनऊ। डालमिया भारत फाउंडेशन को गर्व है कि उसकी पहल सरायन फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड को प्रतिष्ठित रेवोल्यूशनरी अवार्ड 2024 से नवाजा गया है। यह पुरस्कार उत्तर प्रदेश के रामगढ़ और आसपास के गांवों में ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए खासकर मूंज घास आधारित शिल्प के प्रसार के लिए फाउंडेशन के उत्कृष्ट योगदान को मान्यता प्रदान करता है।
नई दिल्ली में आयोजित इस पुरस्कार समारोह में भारत सरकार के जल शक्ति राज्य मंत्री डॉ राज भूषण चौधरी और महिला एवं बाल विकास की पूर्व मंत्री स्मृति ईरानी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थीं। यह आयोजन नीति आयोग द्वारा आयोजित किया गया, जिसमें कृषि में महिलाओं के अद्वितीय योगदान को सम्मानित किया गया।
इस सम्मान पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए डालमिया भारत फाउंडेशन के सीईओ अशोक गुप्ता ने कहा कि हम सरायन फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी को ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाने के उनके प्रयासों के लिए सम्मानित होते देख बहुत उत्साहित हैं। मूंज बुनाई जैसे पारंपरिक शिल्प को बढ़ावा देना हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे न केवल टिकाऊ आजीविका मिलती है। बल्कि सांस्कृतिक धरोहर भी संरक्षित रहती है। हम डालमिया भारत में विकास को प्रेरित करने लचीलापन बढ़ाने और समावेशी विकास को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
सरायन कलेक्शन एक ऐसी पहल है जो मूंज घास से बने पारंपरिक शिल्प को पुनर्जीवित करती है। यह शिल्प स्थानीय जंगली घास से बने टिकाऊ और सुंदर घरेलू सामानों जैसे टोकरियां, सजावटी वस्तुएं और खिलौने बनाने का काम करता है। इस पहल के माध्यम से 250 महिला लाभार्थियों को वित्तीय स्वतंत्रता और टिकाऊ आजीविका प्राप्त हो रही है। यह कार्यक्रम राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा समर्थित है और इसे उनकी मार्गदर्शन से सफलता मिली है।