पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की जयंती पर बोले योगी- कभी सिद्धांतों और मूल्यों से नहीं किया समझौता
लखनऊ। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यपाल ‘पद्म विभूषण’ स्व. कल्याण सिंह की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर उन्होंने मॉल एवेन्यू स्थित कार्यक्रम में उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की और उनके योगदान को याद किया। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कल्याण सिंह भारतीय राजनीति में एक प्रेरणास्त्रोत थे। वे 1932 में अलीगढ़ के एक छोटे से गांव में जन्मे थे और देश की आजादी की लड़ाई से लेकर रामजन्मभूमि आंदोलन तक कई महत्वपूर्ण आंदोलनों में सक्रिय रहे। उन्होंने राष्ट्रभक्ति और प्रशासनिक दक्षता के उच्चतम मानकों को स्थापित किया।
कल्याण सिंह के योगदान को श्रद्धांजलि स्वरूप लखनऊ में कैंसर इंस्टीट्यूट का नामकरण
सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश सरकार ने स्व. कल्याण सिंह के योगदान को सम्मानित करने के लिए लखनऊ में एक अत्याधुनिक कैंसर इंस्टीट्यूट और बुलंदशहर के मेडिकल कॉलेज का नामकरण उनके नाम पर किया है। उन्होंने कहा कि कल्याण सिंह ने कभी सिद्धांतों और मूल्यों से समझौता नहीं किया। उनकी दूरदर्शिता और नेतृत्व की वजह से उत्तर प्रदेश को एक नई दिशा मिली। रामजन्मभूमि आंदोलन में उनकी अहम भूमिका और राज्य के सुशासन की दिशा में किए गए प्रयास हमेशा याद किए जाएंगे।
कल्याण सिंह के नकल विहीन परीक्षा अभियान से युवाओं का भविष्य उज्ज्वल
मुख्यमंत्री ने कहा कि कल्याण सिंह ने नकल विहीन परीक्षा प्रणाली को लागू कर युवाओं के भविष्य को संवारने का अभियान चलाया था, जो आज भी युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है। योगी ने कहा कि कल्याण सिंह ने जिस नए उत्तर प्रदेश के निर्माण का सपना देखा, उसे हम सब मिलकर पूरा करेंगे। राष्ट्रवाद और सुशासन के सिद्धांत ही उत्तर प्रदेश की भविष्यवाणी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
कल्याण सिंह के परिवार ने कार्यक्रम में की सहभागिता
इस अवसर पर स्व. कल्याण सिंह के पुत्र पूर्व सांसद राजवीर सिंह ‘राजू भैया’ ने आगंतुकों का स्वागत किया। कार्यक्रम में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चौधरी भूपेंद्र सिंह, उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, केंद्रीय मंत्री बीएल वर्मा, कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, सांसद साक्षी जी महाराज और अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।