फर्रुखाबाद। बीते दिनों सदर तहसील की इमारत में दरार आने और उसका कुछ हिस्सा गिरने की खबर अभी ठंडी भी नहीं पड़ी थी कि नवनिर्मित नगर पालिका परिषद फर्रुखाबाद के भवन में दरारें पड़ गईं। नवनिर्मित भवन में दरारें पड़ने से पालिका कर्मचारियों में मचा हड़कंप विचार करने की बात ये है कि अभी कार्यदाई संस्था ने नगर पालिका परिषद को भवन हैंडओवर भी नहीं किया है।किस पैमाने पर इसमें भ्रष्टाचार हुआ होगा ये तो जिम्मेदार लोग ही जानें लेकिन अगर भवन हैंडओवर हो जाता और कोई हादसा होता तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेता।
गौरतलब है कि नगर पालिका परिषद वर्ष 1968 में बने जर्जर भवन के एक भाग को ध्वस्त कर नवनिर्माण करवा रहा था।
नगर पालिका ने 2.17 करोड़ की लागत से नवीन भवन निर्माण का टेंडर सीएनडीएस को दिया गया था ।
मानक विहीन निर्माण के चलते निर्मित भवन में ये दरारें पड़ी हैं।ये बात किसी से छुपी नहीं है कि पारदर्शी सरकार में ठेके पहले से भी ज्यादा पारदर्शी हो गए हैं।सूत्रों की माने तो भवन में कर्मचारियों ने गुणवत्ता विहीन खिड़कियों और शीशे व कमजोर दरवाजों की जानकारी अधिकारियों को दी थी।पहले भी उठ चुकी हैं सी.एन.डी.एस के कार्यप्रणाली पर उंगली…..!