यूपी सरकार प्रयागराज में होने जा रहे महाकुंभ 2025 के लिए अभी से तैयारियों में जुट गई है। उसमें अतिआवश्यक सेवाओं में शामिल उपचार के बारे में कुम्भ में आ रहे भक्तों की स्वास्थ्य एवं चिकित्सा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है, जिसके लिए सरकार युद्ध स्तर पर अभी से तैयारियों में जुट गई हैं, जिसका खाका भी उसने तैयार कर लिए हैं, सूत्रों की माने की स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाए रखने के लिए कुम्भ मेले में 400 से अधिक डॉक्टर, गाइनोकोलॉजिस्ट और पीडियाट्रिक्स शिफ्टवार सेवाएं देंगे। कुंभ में 400 से अधिक डॉक्टर सहित 700 से अधिक पैरामेडिकल स्टॉफ कि तैनाती की भी योजना है।
कैसे और कब होता कुंभ मेले का आयोजन
कुंभ मेले का आयोजन कब और कहां किया जाएगा, इसका निर्धारण ग्रहों और राशियों की स्थिति देखकर किया जाता है। कुंभ मेले की तिथि को निर्धारित करने में सूर्य और गुरु को अहम माना जाता है।
देवगुरु बृहस्पति जब वृष राशि में होते हैं और सूर्य मकर राशि में होते हैं तो कुम्भ प्रयाग में लगता है चुकी 12 वर्षों के बाद यह संयोग पुनः आया है अतः यह महोत्सव महाकुंभ कहलाता है।
कुंभ महापर्व का आयोजन, जानें कब लगने वाला है प्रयाग में 12 साल बाद कुंभ
महाकुंभ मेले के आयोजन को लेकर तारीखें आ चुकी हैं। महाकुंभ मेला प्रयागराज में वर्ष 2025 में लगेगा।
प्रयागराज में कुंभ मेले का आयोजन वर्ष 2025 में 13 जनवरी से होगा। महाकुंभ मेले का आयोजन हर 12 साल में किया जाता है। इससे पहले यह आयोजन वर्ष 2013 में हुआ था। इसे मेले का संबंध ज्योतिष और आस्था दोनों से माना जाता है। ज्योतिषीय मान्यताओं के अनुसार, वृष राशि में बृहस्पति होने पर कुंभ मेले का आयोजन होता है।
साल 2025 में बृहस्पति वृष राशि में होगा। सूर्य और चन्द्रमा के मकर राशि में प्रवेश करने पर महाकुंभ मेले का आयोजन होता है। साल 2025 में यह संयोग बनेगा और तब 13 जनवरी से लेकर 26 फरवरी तक महोत्सव होगा।
महाकुंभ के प्रमुख स्नान की तिथियां
2025 में महाकुंभ का पहला शाही स्नान 14 जनवरी को मकर संक्राति के दिन होगा। दूसरा शाही स्नान 29 जनवरी मौनी अमावस्या के दिन होगा। तीसरा शाही स्नान 3 फरवरी बसंत पंचमी को होगा। इन 3 शाही स्नान के अलावा महाकुंभ कुछ और भी स्नान की तिथियां प्रमुख मानी जाती हैं। जिसमें 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा का स्नान, 12 फरवरी को माघी पूर्णिमा का स्नान और 26 फरवरी को महाशिवरात्रि का स्नान सबसे महत्वपूर्ण है।
प्रयागराज में होने जा रहे महाकुंभ – 2025 के महाआयोजन को लेकर प्रदेश सरकार बड़े पैमाने पर तैयारियों में जुटी है। यहां आने वाले श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य को मेडिकल टीमें 24 घंटे अपनी सेवाएं देंगी। महिलाओं और बच्चों के लिए कुंभ मेला क्षेत्र में बड़ी संख्या में बेड भी रिजर्व किये जाएंगे। शिफ्ट वाइज गाइनेकोलॉजिस्ट और पीडियाट्रिक्स तैनात किए जाएंगे।
कुंभ मेला अधिकारी विजय किरण आनंद के अनुसार मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं को 24 घंटे स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए 407 डॉक्टरों की तैनाती रहेगी। इसके साथ ही 182 नर्सिंग स्टाफ, 150 वार्ड ब्वॉय, 354 फार्मासिस्ट और 60 लैब टेक्नीशियन की भी तैनाती होगी। महाकुंभ में बड़ी संख्या में महिला श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। उनके लिए विशेष इंतजाम किये जा रहे हैं। मेला क्षेत्र में स्थित अस्पतालों में तीन शिफ्ट में 48 महिला डॉक्टर अपनी सेवाएं देंगी। मेला क्षेत्र में 24 घंटे गाइनेकोलॉजिस्ट भी तैनात रहेंगी। वहीं सेंट्रल अस्पताल में लेबर रूम की स्थापना की जा रही है। साथ ही 40 स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की टीम भी रहेगी। सीएचसी और पीएचसी में भी 24 घंटे आकस्मिक सेवाएं उपलब्ध रहेंगी।
48 बेड महिलाओं और 15 बेड बच्चों के लिए रहेंगे रिजर्व
मेला क्षेत्र में 100 बेड का एक अस्थायी सेंट्रल अस्पताल बनाया जाएगा। इसमें 30 बेड महिलाओं और 10 बेड बच्चों के लिए रिजर्व रहेंगे जबकि सब सेंट्रल अस्पताल में 10 बेड महिलाओं और 3 बेड बच्चों के लिए रिजर्व किए जाएंगे। इसी तरह सेक्टर अस्पतालों में 8 बेड महिलाओं और 2 बेड बच्चों के लिए रिजर्व रहेंगे। मेला क्षेत्र में नशा मुक्ति केंद्र की स्थापना भी की जाएगी।
प्रधान सम्पादक आनंद प्रकाश शुक्ल