पसमांदा मुस्लिम समाज ने मनाई कर्पूरी ठाकुर की 101वीं जयंती: कर्पूरी ठाकुर फार्मूला लागू करे सरकार: मंसूरी
लखनऊ। पसमांदा मुस्लिम समाज ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और सामाजिक न्याय के पुरोधा स्वर्गीय कर्पूरी ठाकुर की 101वीं जयंती धूमधाम से मनाई। इस अवसर पर समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मंत्री अनीस मंसूरी की अध्यक्षता में एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी से पहले कर्पूरी ठाकुर के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
भारत रत्न कर्पूरी ठाकुर का संघर्ष
पसमांदा मुस्लिम समाज के अध्यक्ष अनीस मंसूरी ने गोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि कर्पूरी ठाकुर भारत के महान स्वतंत्रता सेनानी, शिक्षक और राजनीतिज्ञ थे। उन्हें जननायक के रूप में जाना जाता है। उन्होंने बिहार के दूसरे उपमुख्यमंत्री और दो बार मुख्यमंत्री के तौर पर जनहित में कई अहम कदम उठाए।
कर्पूरी फार्मूला की आवश्यकता
अनीस मंसूरी ने कर्पूरी ठाकुर के योगदानों को याद करते हुए कहा कि भारत सरकार द्वारा उन्हें मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित करने का निर्णय स्वागत योग्य है। हालांकि, उनके संघर्षों का सपना तभी साकार होगा जब कर्पूरी ठाकुर का ‘फार्मूला’ पूरे देश में लागू हो और गरीबों, शोषितों, पिछड़ों और अति पिछड़ों को इसका वास्तविक लाभ मिल सके।
सादगी और संघर्ष का प्रतीक कर्पूरी ठाकुर
राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मंत्री अनीस मंसूरी ने कहा कि कर्पूरी ठाकुर का जीवन सादगी और संघर्ष से भरा था। वे अपनी सादगी और जनता के लिए काम करने की शैली के कारण आज भी जन-जन के दिलों में जीवित हैं। इस मौके पर कर्पूरी ठाकुर की राजनीति उनके संघर्ष और उनके द्वारा किए गए सामाजिक कार्यों की सराहना की गई। साथ ही उनके विचारों को पूरे देश में लागू करने की आवश्यकता जताई गई।