मौत पर राजनीति या न्याय की लड़ाई…?

उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले में दो युवतियों के शव गांव के बाहर पेड़ पर दुपट्टे के फंदे से लटके मिले। दोनों युवतियां जन्माष्टमी की रात गांव के मंदिर में झांकी व वहां हो रहे कार्यक्रम देखने गईं थी। पुलिस प्रथम दृष्टया इसे खुदकुशी का मामला मान रही है। पुलिस अधीक्षक ने घटनास्थल का निरीक्षण कर आवश्यक जांच पड़ताल के लिए आवश्यक निर्देश दिए थे। वही पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शव को परिजनों को सौंप दिया और रात भर मृतक लड़कियों का शव गांव में रखा गया। सुबह गाव में भारी पुलिस बल की तैनाती के साथ जब अंतिम क्रिया दाह संस्कार के लिए परिजनों से पुलिस ने बात की तो परिजनों ने सही पोस्टमार्टम न होने का आरोप लगा दिया और अंतिम संस्कार न करने की बात रख दी और दोंनो लड़कियों के शवों पर चोट के निशान होने का परिजन आरोप लगाने लगे परिजनों की इस प्रतिक्रिया से पुलिस विभाग समेत जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया पुलिस ने काफी देर परिजनों को समझाने के बाद दोनों शवों को कम्पिल के गंगा नदी तट पर अटैना घाट ले जाय गया था। भारी पुलिस बल दोनों शवों के साथ गंगा घाट पर साथ में गई लेकिन अचानक फिर गंगा घाट पर मृतक बबली के चाचा और पिता ने पुलिस की जांच थ्योरी पर सवाल खड़े कर शवों के अंतिम संस्कार के लिए मना कर दिया। मृतक के पिता गंगा घाट पर जिले के जिला अधिकारी व पुलिस अधीक्षक को कम्पिल स्थित अटैना घाट पर बुलाया और डीएम और एसपी ने मौके पर पहुंचकर मृतक लड़कियों के पिता से बात कर सांत्वना देते हुए कहा कि पूरे मामले की जांच निष्पक्ष रूप से कराई जा रही है मृतक के परिजनों के द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर मुकदमा पंजीकृत कर लगातार जांच की जा रही है जांच होने के बाद अगर कोई भी तथ्य आएगा तो उसे पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी मृतक लड़कियों के पिता ने पुलिस अधीक्षक एवं जिलाधिकारी से बात कर दोनों लड़कियों के शवों का शांतिपूर्वक अंतिम संस्कार कर दिया था ।परिजनों के द्वारा अंतिम संस्कार की प्रक्रिया किए जाने के बाद जिले के पुलिस अधीक्षक व आला अधिकारियों ने आखिरकार राहत की सांस ली ।
गांव भगौतीपुर निवासी रामवीर जाटव की पुत्री बबली व पड़ोसी महेंद्र उर्फ पप्पू जाटव की पुत्री शशि जन्माष्टमी की रात गांव के मंदिर में झांकी व वहां हो रहे कार्यक्रम देखने गईं थीं। रात डेढ़ बजे तक कार्यक्रम चलने के बाद सभी चले गए, लेकिन दोनों लड़कियां घर नहीं पहुंची। स्वजन रात भर उनकी खोजबीन करते रहेए लेकिन कुछ पता नहीं लगा।

कानपुर रेंज के डीआईजी ने मौके पर जाकर जांच पड़ताल की। पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी ने डीआईजी को घटना के बारे में व्यापक जानकारी दी। एसपी ने शव के पोस्टमार्टम के बाद मीडिया को बताया कि पुलिस की जांच एवं पोस्टमार्टम रिपोर्ट मैच हो गई है। लड़कियों ने सुसाइड किया है उनके शरीर पर कोई भी चोट के निशान नहीं पाए गए।

बनाई गई स्लाइडमुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर अवनेंद्र सिंह ने मीडिया को बताया कि पुलिस ने वीडियो ग्राफी के दौरान डॉक्टर के पैनल ने पोस्टमार्टम कराये हैं। उन्होंने मीडिया को बताया कि लड़कियों की मौत फांसी लगाने से हुई है। उनके शरीर पर कोई भी चोट का निशान नहीं पाया गया। दुष्कर्म की संभावना को देखते हुए स्लाइड बनाई गई है जिनको जांच के लिए भेजा गया है।

फांसी पर लटकी हुई दलित लड़कियों के शव मिलने के बाद देश में इस पर राजनीति भी शुरू हो गई देखते-देखते समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने एक्स हैंडल पर पुलिस प्रशासन के द्वारा निष्पक्ष कार्रवाई की मांग करते हुए मृतक लड़कियों को न्याय दिलाने की बात कही वहीं अयोध्या के सांसद अवधेश प्रसाद में भी इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पूरे मामले पर निष्पक्ष कार्यवाही हो व प्रदेश में बहन बेटियां सुरक्षित नहीं है ।भीम आर्मी चीफ रावण ने भी दलित लड़कियों के सबों के मिलने पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रदेश सरकार को घेरने की कोशिश की आम आदमी पार्टी के नेता राज्य सभा सांसद संजय सिंह ने भी प्रदेश सरकार को घेरते हुए उत्तर प्रदेश में बहन बेटियों पर महिलाएं सुरक्षित ना होने की बात कहते हुए प्रदेश सरकार पर सवालिया निशान भी खड़े किए हुए हैं।

पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपी युवकों को किया गिरप्तार। पुलिस ने 108 बीएनएस की धारा में लिखा मुकदमा, पुलिस ने गांव के एक युवक पवन व कपिल थाना क्षेत्र का युवक दीपक के खिलाफ लिखा मुकदमा। दोनों युवक मृतक लड़कियों से घंटों फोन से बात करते थे ।

पुलिस जांच में हुआ खुलासा

दोनों युवक के मृतक युवती को करते थे परेशान पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपी युवकों को किया गिरफ्तार
पुलिस ने आरोपी युवक पवन समेत दीपक को किया गिरफ्तार पुलिस ने दोनों आरोपियों का सीएचसी में कराया मेडिकल परीक्षण पुलिस मेडिकल परीक्षण कराने के बाद न्यायालय में करेगी दोनों आरोपियों को पेश दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेशी के बाद भेजा जाएगा जेल आरोपियों के दबाव में आकर दोनों ने आत्महत्या की थी ।

फर्रुखाबाद से अमित औदिच्य की रिपोर्ट

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