लखनऊ। यूपी के जनपद महराजगंज के चकदहा गांव में तेंदुए की निर्मम हत्या का एक वीडियो वायरल का मामला सामने आया है। जिसमें कुछ ग्रामीणों द्वारा तेंदुए को गला दबाकर मारने का आरोप है। यह तेंदुआ वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 के तहत अनुसूची-I में सूचीबद्ध एक संरक्षित प्रजाति है। इस घटना को लेकर पीपल्स फॉर द एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनिमल्स इंडिया की समर्थक और अभिनेत्री रवीना टंडन ने महराजगंज के वन विभाग के डिवीजनल फॉरेस्ट अफसर निरंजन सर्वे, IFS को पत्र भेजकर उचित कार्रवाई की मांग की है।
वायरल वीडियो में कुछ लोग तेंदुए को पकड़ने का प्रयास कर रहे हैं, जिनमें एक व्यक्ति तेंदुए को गला दबाए हुए है, जबकि दूसरे व्यक्ति उसका गला पकड़े हुए हैं और अन्य लोग तेंदुए के पैरों को पकड़ रहे हैं। इस दुखद घटना के दौरान तेंदुआ बेहोश हो गया और अस्पताल ले जाते समय उसकी मौत हो गई। वहीं इस मामले को लेकर पीटा इंडिया ने यूपी के सोहागी बरवा वन विभाग के साथ मिलकर प्राथमिक अपराध रिपोर्ट दर्ज करवाई थी, लेकिन अभी तक वायरल वीडियो में दिख रहे आरोपियों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।
वहीं इस मामले को लेकर फिल्म एक्ट्रेस रवीना टंडन ने अपने पत्र में लिखा मानव और वन्यजीवों के बीच संघर्षों का समाधान जानवरों को चोट पहुंचाकर और मारकर नहीं किया जा सकता। नगर योजना में वन संरक्षण को शामिल किया जाना चाहिए और जंगली जानवरों के घटते हुए आवासों में मानवीय अतिक्रमण को रोका जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि वन अधिकारियों को ऐसे मामलों में मानवीय तरीके से वन्यजीवों को संभालने का प्रोटोकॉल होना चाहिए। वहीं PETA इंडिया का मानना है कि जानवरों के साथ किसी भी प्रकार का कोई लगत काम नहीं किया जाना चाहिए। और यह नस्लवाद, मानव श्रेष्ठतावाद के खिलाफ है।