शाहजहांपुर में 2 किलोमीटर लंबे बने पुल की लोड टेस्टिंग पूरी हो गई है। 2021 में पुल का एक बड़ा हिस्सा ढहने के बाद उसे भारी वाहनों के आवागमन के लिए बंद कर दिया गया था। लखनऊ से आई एक विशेष टीम दो किलोमीटर लंबे पुल का निरीक्षण और जांच करने के बाद लोड टेस्टिंग भी पूरी हो चुकी है। जल्द ही पुल भारी वाहनों के लिए खुलने की उम्मीद है जिसके बाद तहसील और दो ब्लॉक के लाखों लोग सीधे मुख्यालय से जुड़ जाएंगे। जांच के सही संकेत मिलने के बाद बीजेपी सांसद प्रशासन के अधिकारियों के साथ पुल पर पहुंचे और एक दूसरे को बधाई दी। दरअसल वर्ष 2021 में जलालाबाद क्षेत्र के बहेगुल और रामगंगा नदी पर बना दो किलोमीटर लंबा कोलाघाट पुल का एक बड़ा हिस्सा अचानक ढह गया था। इसके बाद पुल के टूटे हुए हिस्से का निर्माण तो कर दिया गया था। लेकिन उसे भारी वाहनों के लिए बंद कर दिया गया था। पुल को चालू करने के लिए कई बार धरना प्रदर्शन हुए। इसके बाद लखनऊ की विशेष जांच टीम यहां पहुंची । जिसने सबसे पहले पुल के सभी पिलर की जांच की और मिट्टी की जांच की। भारी वाहनों के लिए लोड टेस्टिंग के करवाई शुरू कराई गई जिसमें भारी वाहनों को लोड करके उन्हें पुल पर स्पीड में दौड़ाया गया। यह टेस्टिंग लगभग 10 दिनों तक चली। पुल के ऊपर से वजन से भरे हुए 10 ट्रक एक साथ गुजारे गए,ताकि यह पता लग सके कि इस पुल से भारी वाहन गुजारे जा सकते हैं या नहीं। टेस्टिंग सफल होने की संकेत मिले है। यह पुल बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। क्योंकि स्कूल से जिले की कलान तहसील के दो ब्लॉक मिर्जापुर कलान के लाखों लोग सीधे तौर पर मुख्यालय से जुड़ जाएंगे। पुल की टेस्टिंग सही मिलने की खबर के बाद सांसद अरुण सागर प्रशासनिक अमले के साथ पुल पर पहुंचे यहां सभी ने एक दूसरे को बधाई दी। इस दौरान उन्होंने कहा कि बीजेपी की सरकार के प्रयासों के बाद इस पुल को 3 साल के बाद शुरू होने की उम्मीद है। ऐसे में इलाके के लाखों लोगों को राहत मिल जाएगी। उम्मीद है कि 20 से 25 दिन के बाद 2 किलोमीटर लंबा यह पुल भारी बहनों के लिए शुरू कर दिया जाएगा।
शाहजहांपुर से धर्मेंद्र कुमार शर्मा की रिपोर्ट