पीडीएस के अनाज में मिट्टी मिलाकर सप्लाई करने के मामले में जिलाधिकारी धर्मेंद्र प्रताप सिंह ने छह अधिकारियों को निलंबित करते हुए विभागीय जांच की संतूती की थी जिसके बाद आज तीनो अधिकारियों को ससपेंड कर दिया गया है। सरकारी अनाज में मिट्टी की मिलावट की जांच करने के लिए शासन से एक टीम आज शाहजहाँपुर पहुंची जिसने एफसीआई के गोदाम में जाकर जांच की। आपको बता दें कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत राशन की दुकानों पर बटने वाले गेहूं में 30% मिट्टी और लकड़ी मिली हुई पाई गई थी।
इस मामले में जिलाधिकारी ने जिला स्तर पर कमेटी बनाकर जांच कराई थी जिसमें मामला सही पाया गया। इस मामले में जिलाधिकारी ने एफसीआई के तीन और खाद्य एवं विपणन विभाग के तीन अन्य अधिकारियों समेत 6 अधिकारी के खिलाफ निलंबन और विभागीय कार्रवाई की स्तुति शासन से की थी। शासन से आज खाद एवं रसद विभाग और एफसीआई की टीमों ने संयुक्त रूप से एफसीआई के गोदाम में मिट्टी के मिलावट की जांच की। जांच के बाद जांच टीम अपनी रिपोर्ट शासन के सोपेगी। जिसके बाद इस मामले में और भी करवाई भी हो सकती है। खास बात यह रही की गोदाम में आरोपी अधिकारी भी मौजूद रहे। देर शाम शासन ने खाद्य एवं विपणन विभाग के सीनियर मार्केटिंग इंस्पेक्टर रामकृष्ण दुबे, मार्केटिंग इंस्पेक्टर रविकांत मिश्रा और मोहित कुमार सस्पेंड कर दिया। फिलहाल जांच करने के बाद टीम लखनऊ वापस चली गई। इस मामले में अभी तीनों अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो सकता है।