लखनऊ। संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश ने मणिपुर, बिहार और छत्तीसगढ़ के साथ सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण एमआयू पर हस्ताक्षर किए। इस दौरान पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि एक भारत श्रेष्ठ भारत का यह संकल्प हमारे देश की सांस्कृतिक विविधता और धरोहर को एक मंच पर लाता है। इस प्रकार के आयोजन से न केवल सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा मिलता है, बल्कि देशवासियों में एकता और अखंडता की भावना को भी मजबूती मिलती है।
पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि इस समझौता ज्ञापन का मुख्य उद्देश्य विभिन्न राज्यों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देना है, जिससे कलाकार एक-दूसरे के राज्य में जाकर अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे, और साथ ही विदेशी कलाकार भी उत्तर प्रदेश की धरती पर अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे। इस समझौते के तहत उत्तर प्रदेश के कलाकारों को अन्य राज्यों में अपने कला रूपों का प्रदर्शन करने का अवसर मिलेगा, जबकि अन्य राज्यों के कलाकार भी प्रदेश में आकर अपनी सांस्कृतिक धरोहर प्रस्तुत करेंगे। यह कदम भारतीय सांस्कृतिक राष्ट्रवाद को सुदृढ़ करने की दिशा में महत्वपूर्ण है।
कार्यक्रम के दौरान विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया गया, जिसमें थांग टा नृत्य, थौगल जागोइ नृत्य, झिझिया नृत्य, जट जटिन सामा नृत्य, और ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ नृत्य नाटिका का मंचन किया गया। इन प्रदर्शनों ने यह सिद्ध कर दिया कि भारत की शक्ति उसकी सांस्कृतिक विविधताओं में छिपी हुई है।
पर्यटन मंत्री ने इस अवसर पर छत्तीसगढ़, बिहार और मणिपुर से आए कलाकारों, सांस्कृतिक संगठनों और अधिकारियों को शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम में प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति मुकेश कुमार मेश्राम, मणिपुर कला संस्कृति आयुक्त एम जॉय सिंह, छत्तीसगढ़ के उप निदेशक संस्कृति प्रताप परख, और विशेष सचिव संस्कृति विभाग रवीन्द्र कुमार-1 सहित कई अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।