200 साल पुराने रामलीला मैदान को संजीवनी: अमरोहा विधायक राजीव तरारा की पहल पर बाउंड्री व गेट निर्माण के लिए 2.94 करोड़ की मंजूरी

200 साल पुराने रामलीला मैदान को मिली नई जिंदगी।
अमरोहा के धनौरा विधानसभा क्षेत्र में 200 वर्षों से चली आ रही रामलीला की परंपरा को नया जीवन मिला है। विधायक राजीव तरारा ने रामलीला मैदान को कब्जा मुक्त कराने में सफलता हासिल की है।
विधायक तरारा ने शनिवार को प्रेस वार्ता में बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह के सहयोग से यह कार्य संभव हुआ है।
उन्होंने कहा कि इस प्राचीन धरोहर की सुरक्षा के लिए मैदान की बाउंड्री और द्वार निर्माण के लिए 2 करोड़ 94 लाख 53 हजार रुपए की धनराशि स्वीकृत की गई है।
विधायक ने बताया कि पिछली सपा सरकार में कुछ लोगों ने इस भूमि पर कब्जा करने का प्रयास किया था। मामला कोर्ट तक पहुंचा। उन्होंने मुख्यमंत्री से आग्रह किया, जिसके बाद एक टीम गठित की गई। टीम ने भूमि की नाप-तौल की और आगे की कार्रवाई की गई।
रामलीला कमेटी ने किया लगातार प्रयास।
रामलीला कमेटी लगातार इस भूमि को बचाने के लिए प्रयासरत थी। यह सर्व समाज की धरोहर है। विधायक ने कहा कि क्षेत्र के जनप्रतिनिधि के रूप में उनका प्रयास है कि सही कार्य हो। उत्तर प्रदेश सरकार सांस्कृतिक धरोहरों के संरक्षण के लिए लगातार काम कर रही है। कार्यक्रम के दौरान रामलीला कमेटी के सदस्यों ने विधायक का फूल मालाओं से स्वागत किया और उनके प्रयासों की सराहना की।