“PM मोदी के बदले के ऐलान से कांपा UNSC, पहलगाम हमले के बाद बड़े आतंकी हमले की आशंका में बुलाई आपात बैठक”

यूएनएससी के अध्यक्ष ने परमाणु हथियार संपन्न दक्षिण एशियाई देशों भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ने पर चिंता जताते हुए कहा कि दोनों देशों के बीच की स्थिति पर चर्चा करने के लिए सुरक्षा परिषद की बैठक जल्द हो सकती है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा परिषद की यह बैठक विचार व्यक्त करने तथा तनाव कम करने में मदद करने का एक अवसर होगी। मई महीने के लिए सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष यूनान के राजदूत एवं संयुक्त राष्ट्र में देश के स्थायी प्रतिनिधि इवेंजेलोस सेकेरिस ने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘बेशक, अगर बैठक के लिए अनुरोध आता है, तो..मुझे लगता है कि यह बैठक होनी चाहिए, क्योंकि जैसा कि हमने कहा कि संभवत: यह विचार व्यक्त करने का एक अवसर भी है और इससे तनाव कम करने में कुछ मदद मिल सकती है। हम इस पर विचार करेंगे।
सेकेरिस बने हैं यूएनएससी के नए अध्यक्ष
यूएनएससी के नये अध्यक्ष बनने के बाद सेकेरिस ने कहा, ‘‘हम निकट संपर्क में हैं…लेकिन यह कुछ ऐसा है जो हो सकता है, मैं कहूंगा, जल्द होगा। हम विचार करेंगे, हम तैयारी कर रहे हैं। यह मेरे (यूएनएससी) अध्यक्ष पद का पहला दिन है।’’ सेकेरिस ने बृहस्पतिवार को यहां संयुक्त राष्ट्र के संवाददाताओं को सुरक्षा परिषद की मई महीने के लिए यूनान की अध्यक्षता के बारे में जानकारी दी। उन्होंने 15 देशों के संयुक्त राष्ट्र निकाय की यूनान की एक महीने की अध्यक्षता के तहत परिषद के कार्य एवं कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी। उनसे भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बारे में पूछा गया था और यह भी पूछा गया था कि क्या उन्हें परिषद में इस मुद्दे पर बैठक या परामर्श के लिए कोई अनुरोध प्राप्त हुआ है।
यूएनएससी ने की आतंकवाद की निंदा
पाकिस्तान से उत्पन्न सीमा पार आतंकवाद से भारत के पीड़ित होने के बारे में ‘पूछे गए पूछे गए एक सवाल के जवाब में सेकेरिस ने कहा, ‘‘यह एक ऐसा मुद्दा है जो बहुत ही प्रासंगिक है। जैसा कि मैंने पहले कहा कि हम आतंकवाद के किसी भी कृत्य की कड़ी निंदा करते हैं और यही हमने पहलगाम में हुए ‘‘जघन्य आतंकवादी हमले’’ पर किया है जिसमें निर्दोष लोग मारे गए।’’ भारत सुरक्षा परिषद का अस्थायी सदस्य है। सेकेरिस ने कहा कि ‘‘हम भारत सरकार, नेपाल और पीड़ितों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम आतंकवाद की सभी रूपों में निंदा करते हैं, हर जगह जहां भी ऐसी (आतंकवादी) घटनाएं हो रही हैं, हम उनकी निंदा करते हैं। दूसरी ओर, हम इस तनाव को लेकर चिंतित हैं जो इस क्षेत्र में बढ़ रहा है।