अयोध्या-रायबरेली हाईवे पर बंद स्ट्रीट लाइटें बनीं चिंता का कारण: टोल प्लाजा और कई बाजार इलाकों में पसरा अंधेरा, हादसों का बढ़ा खतरा

अयोध्या-रायबरेली नेशनल हाईवे पर यात्रियों की सुरक्षा दांव पर लगी हुई है। हाईवे के विभिन्न बाजारों और महत्वपूर्ण स्थानों पर लगी स्ट्रीट लाइटें बंद पड़ी हैं। कुमारगंज बराई पारा, बड़ी नहर, मिल्कीपुर, इनायत नगर, कुचेरा बाजार और बारुन बाजार में कार्यदायी संस्था द्वारा स्ट्रीट लाइटें लगाई गई हैं।
ओवर ब्रिज पर भी सुरक्षा के लिए लाइटें लगाई गई हैं। सोमवार की रात बारुन बाजार और रानी बाजार ओवर ब्रिज पर लगी लाइटें बंद थीं। कुचेरा बाजार में भी कई लाइटें काम नहीं कर रही थीं। टोल प्लाजा के पास स्थिति और भी चिंताजनक है।
यहां लगी हाई मास्ट लाइटें भी नहीं जल रही हैं। टोल प्लाजा के आसपास बड़े वाहनों की पार्किंग होती है। अंधेरे में इन वाहनों से दुर्घटना का खतरा बना रहता है। स्ट्रीट लाइटों का मुख्य उद्देश्य रात में यात्रियों और वाहन चालकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।
इससे मवेशियों और खड़े वाहनों को देखना आसान होता है। अच्छी रोशनी से अपराध भी कम होते हैं। लेकिन जिम्मेदार अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि टोल प्लाजा पर टोल टैक्स तो लिया जा रहा है लेकिन आने जाने वाले रहियो के लिए कोई खास व्यवस्था नहीं की गई है।
अंधेरे का फायदा उठाते हुए कर भी गाड़ियों को अपना निशाना बना लेते हैं। क्योंकि जो आने-जाने वाले लोग होते हैं वह बाजारों में स्थित होटल पर नाश्ता पानी करते हैं। बाजारों में इसी उद्देश्य से स्ट्रीट लाइट लगाई गई है कि जो भी यात्री अपना वाहन खड़ा करके अगर रुक तो आने जाने वाले वाहनों को खड़ा वहां आसानी से दिखाई दे।
लेकिन लाइटों के ना जलने से बाजारों में अंधेरा रहता है। लोगों का कहना है कि इस और स्थानीय प्रशासन भी ध्यान नहीं दे रहा है। जिस दिन कोई बड़ा हादसा हो जाएगा उस दिन प्रशासन यही कहेगा कि लापरवाही से घटना हुई है।