श्रावण मास में बारिश से तर-बतर हुआ हरदोई: उत्तराषाढ़ा नक्षत्र और कृष्ण द्वितीया के अवसर पर मौसम ने दी राहत

श्रावण मास के दूसरे दिन शनिवार को सुबह से ही आसमान में बादलों की घनी परत छाई रही। पंचांग के अनुसार यह दिन कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि और उत्तराषाढ़ा नक्षत्र का था। ज्योतिषीय मान्यताओं के अनुसार यह संयोग वर्षा के लिए विशेष रूप से अनुकूल माना जाता है, जिसका असर जमीन पर भी साफ नजर आया।
तेज हवाओं के साथ आई झमाझम बारिश ने गर्मी और उमस से परेशान लोगों को बड़ी राहत दी। शहर ही नहीं, ग्रामीण अंचल में भी मौसम का मिजाज एकदम बदल गया। ठंडी हवाओं के कारण वातावरण में शीतलता घुल गई और तापमान में गिरावट दर्ज की गई। मौसम विभाग के अनुसार वर्तमान में दक्षिण-पश्चिमी मानसून पूरी तरह सक्रिय है। आने वाले दिनों में बारिश का क्रम जारी रहने की संभावना है। किसानों के अनुसार यह बारिश धान की रोपाई और खरीफ की अन्य फसलों के लिए बेहद लाभकारी है। कई स्थानों पर खेतों में पानी भरने से रोपाई का कार्य तेज़ी से शुरू हो गया है।
शहर के निचले इलाकों में जलभराव
बारिश जहां राहत लाई, वहीं नगर के कई इलाकों में जलभराव की स्थिति भी देखने को मिली। विशेषकर निचले क्षेत्रों में पानी भर जाने से लोगों को आवागमन में दिक्कतें हुईं। नगर निकाय द्वारा जलनिकासी के लिए पंपिंग और सफाई कार्य शुरू कर दिए गए हैं।
पंचांगीय संयोग बना वर्षा का कारण
पंचांग के अनुसार उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में की गई खेती, जल कार्य और पर्यावरण से जुड़े प्रयास अत्यंत शुभ माने जाते हैं। शनिवार का दिन और कृष्ण पक्ष का योग मिलकर इस वर्षा को और अधिक प्रभावशाली बना रहा है।