जालौन में यमुना का जलस्तर बढ़ा, मचा हड़कंप: कालपी और माधौगढ़ के कई गांवों में भरा पानी, जिला मुख्यालय से टूटा संपर्क

सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र कालपी तहसील है, जहां यमुना नदी के किनारे बसे पड़री और रायगढ़ दिवारा सहित दर्जनों गांवों में पानी भर गया है। खेत-खलिहान जलमग्न हो चुके हैं और ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं माधौगढ़ तहसील के पचनद क्षेत्र में चारों ओर जल ही जल नजर आ रहा है। जगम्मनपुर से कंजौसा पंचनद तक की लगभग पांच किलोमीटर लंबी सड़क जलमग्न हो गई है, जिससे परिवहन पूरी तरह बाधित हो गया है।
यमुना का जलस्तर निरंतर बढ़ रहा है और जल्द ही जगम्मनपुर–पंचनद–इटावा मार्ग के बंद होने की आशंका जताई जा रही है। इस मार्ग के आसपास के गांवों के लोगों को सतर्क रहने की चेतावनी दी गई है। इसके अलावा कई ग्रामीण इलाकों में यमुना का पानी पहुंच गया है जहां सड़क मार्ग पर पानी भर जाने के कारण बच्चे उसमें नहाते हुए और खेलते नजर आए, जो अपनी जान को भी जोखिम में डाल रहे हैं
वहीं, औरैया को जोड़ने वाले जुहीखा पुल पर वाटर लेवल लगातार ऊपर चढ़ रहा है। बुधवार सुबह 8 बजे तक पानी का स्तर 115.45 मीटर रिकॉर्ड किया गया है। जबकि वर्ष 2021 में यही जलस्तर 122.50 मीटर तक पहुंचा था। प्रशासन इस बार भी यमुना के जलस्तर में और बढ़ोतरी की आशंका जता रहा है।
इसे भी जोड़े।बाढ़ की स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग पूरी तरह अलर्ट मोड पर है। ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की तैयारी की जा रही है और नौकाएं व राहत सामग्री स्टैंडबाय रखी गई हैं। प्रशासन की ओर से लोगों से अपील की गई है कि वे अफवाहों से बचें और आवश्यक होने पर ही घरों से निकलें।स्थिति पर नजर रखने के लिए बाढ़ नियंत्रण कक्ष 24 घंटे सक्रिय है और संबंधित अधिकारियों को तैनात कर दिया गया है। वहीं कालपी में यमुना का जलस्तर अपने खतरे के निशान से महज .67 मीटर नीचे बह रहे है। सुबह 8 बजे तक यहां का जलस्तर 107.37 मीटर पर पहुंच गया हैं।