बुलंदशहर जिला अस्पताल में सफाई व्यवस्था गंभीर संकट में: रोजाना 2 हजार मरीज ओपीडी में आते हैं, लेकिन कूड़े के ढेर से अस्पताल का माहौल प्रभावित हो रहा है।

बुलंदशहर जिला अस्पताल में स्वच्छता की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। अस्पताल की इमरजेंसी और ओपीडी के बाहर कचरे का ढेर नजर आता है, जिससे मरीजों और उनके परिजनों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। गर्मी और बरसात के मौसम में मरीजों की संख्या और बढ़ गई है।
अस्पताल में प्रतिदिन 1500 से 2 हजार तक मरीज ओपीडी में आते हैं। गंदगी के कारण यहां आने वाले लोगों को नई बीमारियों का खतरा रहता है। खासकर वायरल बुखार और डायरिया के मरीजों की संख्या में हाल के दिनों में वृद्धि देखी गई है।
मरीजों का कहना है कि इलाज की सुविधा अच्छी है, लेकिन स्वच्छता व्यवस्था संतोषजनक नहीं है। अस्पताल के सीएमएस डॉक्टर प्रदीप राणा ने बताया कि नगर पालिका की गाड़ी प्रतिदिन सुबह कचरा उठाती है और समय-समय पर सफाई करवाई जाती है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर गंदगी के मामले सामने आते हैं, तो जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी।
हालांकि, स्वास्थ्य विभाग की ओर से इस समस्या पर पर्याप्त ध्यान नहीं दिया जा रहा है, जिससे मरीजों और उनके परिजनों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।




