फिल्म डायरेक्टर विक्रम भट्ट पर राजस्थान में 30 करोड़ की धोखाधड़ी का केस दर्ज

🎬 विक्रम भट्ट पर बड़ा आरोप, राजस्थान में दर्ज धोखाधड़ी केस
राजस्थान फिल्मी दुनिया और कानूनी जगत में उस समय हलचल मच गई, जब प्रसिद्ध फिल्म निर्देशक विक्रम भट्ट और उनकी पत्नी पर 30 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का मामला दर्ज करा दिया गया। मामला उदयपुर के रहने वाले आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ. अजय मुर्डिया से जुड़ा है, जिन्होंने आरोप लगाया है कि फिल्म निर्माण के नाम पर उनसे मोटी रकम ली गई, लेकिन वादे के मुताबिक न तो फिल्म बनाई गई और न ही निवेश का रिटर्न मिला।
🎥 बायोपिक बनाने का सपना बना नुकसान की वजह
डॉ. मुर्डिया की दिवंगत पत्नी की यादों को जीवंत रखने के लिए वे उनके जीवन पर एक बायोपिक बनाना चाहते थे। इस उद्देश्य से उन्होंने कारोबारियों के माध्यम से विक्रम भट्ट से संपर्क साधा। बातचीत के दौरान भट्ट ने उन्हें विश्वास दिलाया कि वे निर्माण प्रक्रिया के हर पहलू की जिम्मेदारी स्वयं लेंगे, बस उन्हें समय-समय पर पैसा भेजना होगा।
🤝 भरोसा, वादे और निवेश
बताया गया कि भट्ट ने खुद को, अपनी पत्नी श्वेतांबरी भट्ट और पुत्री को फिल्म निर्माण से जुड़े होने की जानकारी दी। उन्होंने वीएसबी एलएलपी नामक फर्म का भी उल्लेख किया, जिसके जरिए प्रोजेक्ट को पूरा करने की बात कही गई। डॉ. मुर्डिया ने भरोसा करते हुए करीब 30 करोड़ की राशि अलग-अलग ट्रांजेक्शनों के माध्यम से भेज दी।
📽️ परदे पर नहीं आई कोई फिल्म
समय बीतता गया, लेकिन प्रोजेक्ट आगे नहीं बढ़ा। फिल्म से जुड़ा कोई स्क्रिप्ट, लोकेशन, टीम या शूटिंग शेड्यूल सामने नहीं आया। जब मुर्डिया ने इस बारे में जवाब मांगा, तो उन्हें टाल-मटोल के जवाब दिए गए।
📎 धोखाधड़ी का मामला दर्ज
आखिरकार उन्होंने मामला उदयपुर में दर्ज कराया, जिसमें विक्रम भट्ट और उनकी पत्नी सहित सहयोगियों पर फिल्म निर्माण के नाम पर धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया है। पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
⚖️ कानूनी जांच और आगे की प्रक्रिया
पुलिस अब दस्तावेज़, बैंक लेनदेन, ईमेल बातचीत और अनुबंधों को खंगाल रही है। संभव है कि अदालत इस मामले को ईडी या आर्थिक अपराध शाखा तक भी भेजे।
🔍 सवालों के घेरे में बॉलीवुड की प्रतिष्ठा
यह मामला सिर्फ एक व्यक्ति की धोखाधड़ी नहीं, बल्कि फिल्म उद्योग में निवेश और पारदर्शिता पर उठते सवाल भी दर्शाता है।




