प्रदेश-भर में नए साल पर एक माह तक राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह का आयोजन: जीरो टॉलरेंस अभियान और पुरस्कार योजना

लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 1 जनवरी से 31 जनवरी, 2025 तक प्रदेशभर में राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह आयोजित किया जाएगा। इस दौरान विभिन्न गतिविधियां और कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। शासन ने इस संबंध में सभी जिलाधिकारियों, पुलिस आयुक्तों, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों, पुलिस अधीक्षकों, और परिवहन विभाग को निर्देश जारी किए हैं कि वे सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए संयुक्त प्रयास करें और जिलावार लक्ष्य निर्धारित करें।
सड़क दुर्घटनाओं के कारणों पर विशेष ध्यान
सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए प्रमुख कारकों पर ध्यान दिया जाएगा, जैसे कि अवैध मीडियन गैप, एक्सपोज्ड ऑब्जेक्ट्स, ट्रैफिक जंक्शनों पर जरूरी सुरक्षा उपायों का अभाव, खराब प्रकाश व्यवस्था, और स्कूल जोन में सुरक्षा नियमों का पालन न होना। राज्य की प्रमुख सड़कों पर सड़कों की सुरक्षा का आकलन राज्य इंजीनियरिंग कॉलेजों के माध्यम से कराया जाएगा।
जन आंदोलन के रूप में सड़क सुरक्षा अभियान
राज्य सरकार सड़क सुरक्षा को जन आंदोलन बनाने के लिए एक प्रभावशाली अभियान चलाएगी, जिसमें जनप्रतिनिधियों को शामिल किया जाएगा। इस अभियान के तहत जनसामान्य को तेज गति से गाड़ी चलाने, शराब पीकर गाड़ी चलाने, गलत दिशा में गाड़ी चलाने और सुरक्षा उपकरणों के बिना वाहन चलाने के खतरों के बारे में जागरूक किया जाएगा। इसके लिए सोशल मीडिया अभियान और परवाह नामक डिजिटल अभियान भी चलाया जा सकता है।
जीरो टॉलरेंस अभियान और पुरस्कार योजना
पुलिस और परिवहन विभाग शराब पीकर गाड़ी चलाने, तेज गति से गाड़ी चलाने, गलत दिशा में गाड़ी चलाने और विशेष रूप से दोपहिया वाहन चालकों द्वारा सुरक्षा उपकरणों का उपयोग न करने के खिलाफ जीरो टॉलरेंस अभियान चलाएंगे। राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह के अंत में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले जिलों को सम्मानित किया जाएगा।