लखनऊ में मकर संक्रांति पर लोक चौपाल: पतंगबाजी, भजन और तहरी भोज से संक्रांति का उल्लास

लखनऊ। लोक संस्कृति शोध संस्थान ने रविवार को मकर संक्रांति के अवसर पर एक अद्भुत लोक चौपाल का आयोजन किया। पक्का पुल के निकट स्थित गोमती किनारे के अहिमर्दन पातालपुरी मन्दिर परिसर में आयोजित इस कार्यक्रम में लोक जीवन में मकर संक्रांति के महत्व पर विस्तृत चर्चा हुई, साथ ही भजनों की प्रस्तुति और तहरी भोज का आनंद लिया गया।
पतंगबाजी के साथ जुड़ी परंपराओं का जश्न
कार्यक्रम में पतंगबाजी का भी आयोजन किया गया, जहां पुराना लखनऊ के प्रसिद्ध पतंगबाजों ने आगंतुकों को पतंग उड़ाने की कला सिखाई। चौपाल प्रभारी अर्चना गुप्ता ने राम स्तुति से कार्यक्रम की शुरुआत की और भगवान राम द्वारा पतंग उड़ाने का प्रसंग साझा किया।
विशेषज्ञों ने साझा किए ज्ञान के विचार
संस्थान के अध्यक्ष जीतेश श्रीवास्तव ने मकर संक्रांति के उल्लास और खानपान पर चर्चा की, वहीं प्रो. विनीता सिंह ने पतंग उड़ाने के स्वास्थ्य लाभों पर प्रकाश डाला। धर्म दर्शन न्यास के अध्यक्ष बलराम मिश्र ने चाइनीज माझे से होने वाली दुर्घटनाओं पर चेतावनी दी और ध्यान रखने की आवश्यकता पर जोर दिया।
लोक संस्कृति की संजोने की अपील
कार्यक्रम में विभिन्न समाजसेवी और विशेषज्ञों ने लोक संस्कृति के संरक्षण और प्रसार के महत्व पर चर्चा की। सेवानिवृत्त स्वास्थ्य निदेशक डा. अनिल मिश्र ने लोक परंपराओं को बचाने की आवश्यकता बताई, जबकि डा. अनिल गुप्ता और अन्य उपस्थित अतिथियों ने मकर संक्रांति के लोक महत्व पर अपने विचार व्यक्त किए।
सांस्कृतिक प्रस्तुतियां और तहरी भोज
इस दौरान वरिष्ठ लोक गायिकाओं द्वारा शानदार भजनों की प्रस्तुतियां दी गई, जिनमें नीरा मिश्रा, अरुणा उपाध्याय, शकुन्तला श्रीवास्तव, और अन्य कलाकारों ने मकर संक्रांति की महिमा गाई। कार्यक्रम के अंत में तहरी प्रसाद वितरण किया गया, जिसकी शुरुआत प्रमुख अतिथियों ने की। इस आयोजन में सैकड़ों लोग उपस्थित थे और उन्होंने मकर संक्रांति की पारंपरिक खुशी का पूरा आनंद लिया।