शाहजहांपुर में शराब ठेकेदारों पर बड़ी धोखाधड़ी का खुलासा: शराब ठेकेदारों में हड़कंप, 12 के खिलाफ केस दर्ज

रिपोर्ट: धर्मेंद्र कुमार शर्मा
शाहजहांपुर
शाहजहांपुर। यूपी के जनपद शाहजहांपुर में शराब ठेकेदारों द्वारा की गई एक बड़ी धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। जिसमें 12 ठेकेदारों पर जिला आबकारी अधिकारी ने पांच अलग-अलग एफआईआर दर्ज कराई हैं। इन ठेकेदारों ने शराब ठेके के लिए जमा होने वाली सिक्योरिटी मनी की एफडी (फिक्स डिपॉजिट) में फर्जी तरीके से बढ़ोतरी की थी। आरोपियों ने 50 हजार रुपये को बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दिया और इसी तरह 1 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की। इन ठेकेदारों के खिलाफ अब गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया गया है।
कांग्रेस के पूर्व प्रत्याशी के परिवार का हाथ
यह सभी शराब ठेकेदार कटरा विधानसभा से कांग्रेस के पूर्व प्रत्याशी मुन्ना सिंह नवादा के परिवार के सदस्य बताए जा रहे हैं। इन ठेकेदारों में दो जिला पंचायत सदस्य, एक ग्राम प्रधान, और परिवार की महिलाएं भी शामिल हैं। धोखाधड़ी के लिए इन ठेकेदारों ने कंप्यूटर से शराब ठेके के लिए सिक्योरिटी मनी की एफडी में जीरो जोड़कर रकम बढ़ाई थी।
धोखाधड़ी का खुलासा, एफडी रसीदों में गड़बड़ी
इन ठेकेदारों ने बैंक से जारी की गई फिक्स डिपॉजिट रसीदों में जीरो बढ़ाकर रकम को लाखों में बदल दिया। इससे पहले, जब जिला आबकारी विभाग ने इन रसीदों का सत्यापन करवाया तो धोखाधड़ी का मामला सामने आया। इसके बाद जिला आबकारी अधिकारी उदय प्रताप सिंह ने इन ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उनकी शराब लाइसेंसों को निरस्त कर दिया।
शराब ठेकेदारों में हड़कंप
वहीं दूसरी ओर जिला आबकारी अधिकारी ने चेतावनी दी कि सरकारी दस्तावेजों के साथ धोखाधड़ी और छेड़छाड़ करना एक गंभीर अपराध है। और इस मामले में अभी और कार्रवाई हो सकती है। पुलिस भी इस मामले की जांच कर रही है और अन्य शराब ठेकेदारों के दस्तावेजों की भी जांच शुरू कर दी है। वहीं इस धोखाधड़ी की खबर फैलने के बाद जिले के शराब ठेकेदारों में हड़कंप मच गया है। अन्य ठेकेदार अब अपने दस्तावेजों की सख्त जांच करवा रहे हैं, ताकि कोई भी गड़बड़ी ना हो।
एसपी सिटी संजय कुमार की प्रतिक्रिया
एसपी सिटी संजय कुमार ने इस मामले की गंभीरता को रेखांकित करते हुए कहा कि इस तरह के अपराधों से सख्ती से निपटा जाएगा और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। वहीं इस पूरे मामले की जांच के बाद पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं, और अन्य ठेकेदारों के दस्तावेजों की भी जांच जारी है।