उज्जैन में शिव नवरात्रि उत्सव को लेकर महाकालेश्वर मंदिर में बढ़ी धार्मिक गतिविधियाँ
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उज्जैन । मध्य प्रदेश का पवित्र शहर, इन दिनों शिव नवरात्रि के उत्सव में डूबा हुआ है। नौ दिनों तक चलने वाला यह धार्मिक आयोजन श्री महाकालेश्वर मंदिर में भक्ति और श्रद्धा का केंद्र बना हुआ है। शिव नवरात्रि की शुरुआत 18 फरवरी 2025 से होगी और यह 26 फरवरी 2025 को महाशिवरात्रि के साथ समाप्त हो जाता है। इस दौरान मंदिर में विशेष अनुष्ठानों और पूजा-अर्चना का आयोजन किया जा रहा है, जो भक्तों के लिए आकर्षण का मुख्य बिंदु है।
20 फरवरी को मंदिर में एक विशेष भस्म आरती का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया। भस्म आरती महाकालेश्वर मंदिर की एक अनूठी परंपरा है, जिसमें भगवान शिव को भस्म से श्रृंगार किया जाता है। इस आयोजन ने देश-विदेश से आए भक्तों को मंदिर की ओर खींचा, जिससे उज्जैन में धार्मिक उत्साह और भी बढ़ गया। आज, 21 फरवरी 2025 को भी यह उत्सव पूरे जोश के साथ जारी है। मंदिर परिसर में भक्तों की भीड़, मंत्रोच्चार और भक्ति संगीत से वातावरण शिवमय हो गया है।
शिव नवरात्रि का यह उत्सव न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह उज्जैन की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक पहचान को भी उजागर करता है। आने वाले दिनों में महाशिवरात्रि के मौके पर यहाँ और भी भव्य आयोजन होने की उम्मीद है।