पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने पहली बार वैश्विक सहायता की अपील कर दिया यह संदेश…?

यह अभी स्पष्ट नहीं है कि यह लेख वास्तव में खान ने लिखा है या नहीं और इसे पत्रिका तक कैसे पहुंचाया गया। खान ने पाकिस्तान में ‘‘राजनीतिक उथल-पुथल’’ और लोकतंत्र के लिए अपनी लड़ाई का लेख में जिक्र किया। उन्होंने देश में लोकतंत्र के कथित क्षरण पर गहरी चिंता व्यक्त की और वर्तमान समय को देश के इतिहास में सबसे चुनौतीपूर्ण दौर में से एक बताया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि उनके खिलाफ राजनीतिक रूप से प्रेरित कदमों के तहत उन्हें गिरफ्तार किया गया और उनके खिलाफ आरोप लगाए गए ताकि लोकतांत्रिक सिद्धांतों के लिए उनके समर्थन को दबाया जा सके।
इमरान ने कहा-उनका संघर्ष वैश्विक स्थिरता के लिए
उन्होंने दावा किया कि उनका संघर्ष व्यक्तिगत नहीं है, बल्कि लोकतंत्र के व्यापक मुद्दे से जुड़ा है, जिसके न केवल देश के लिए, बल्कि क्षेत्रीय और वैश्विक स्थिरता के लिए भी दूरगामी परिणाम हैं। खान ने पाकिस्तान के रणनीतिक महत्व को देखते हुए इस बात पर जोर दिया कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय संकट से निपटने की हमारी तत्काल आवश्यकता को समझना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि महत्वपूर्ण आतंकवाद-रोधी प्रयासों से संसाधनों को हटाकर उनका इस्तेमाल पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के खिलाफ राजनीतिक प्रतिशोध लेने के लिए किया जा रहा है।
इस बीच, पाकिस्तान के ऊपरी सदन सीनेट की विदेश मामलों की स्थायी समिति के अध्यक्ष इरफान सिद्दीकी ने शनिवार को ‘डॉन न्यूज’ टीवी के ‘दूसरा रुख’ कार्यक्रम में कहा कि पीटीआई के बारे में ‘‘भविष्यवाणी करना असंभव है।’’ ‘पीएमएल-एन’ सीनेटर ने कहा कि पार्टी समझौते का संकेत दे रही है साथ ही कानूनों की अवज्ञा करने का आह्वान कर रही है । पत्र भेज रही है और ‘टाइम’ पत्रिका में ‘‘विस्फोटक’’ लेख प्रकाशित कर रही है।