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बुलंदशहर में नकली देसी घी फैक्ट्री का भंडाफोड़: वनस्पति और एसेंस से बना रहे थे घी, टीम ने 10 हजार लीटर घी किया सीज

टीम ने छापेमारी कर 10 हजार लीटर घी जब्त किया था।

बुलंदशहर में खाद्य सुरक्षा विभाग ने नकली देसी घी बनाने के कारखाने का भंडाफोड़ किया है। सराय छबीला गांव स्थित फैक्ट्री में पार्श्वनाथ ब्रांड के नाम से नकली देसी घी का निर्माण हो रहा था।

 

खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने 7 मार्च को छापेमारी कर करीब 10 हजार लीटर घी को सीज किया। फैक्ट्री फरीदाबाद के पते पर पंजीकृत थी। जांच में पता चला कि घी बनाने में दूध के एसेंस और वनस्पति घी का इस्तेमाल किया जा रहा था।

प्रयोगशाला जांच में घी के नमूनों में आरएम फैक्टर मात्र 6.6 से 7.8 प्रतिशत पाया गया। नियमानुसार यह 24 प्रतिशत से कम नहीं होना चाहिए। इसी तरह फैट की मात्रा 45.6 प्रतिशत से अधिक मिली, जो नियमानुसार 44 प्रतिशत से अधिक नहीं होनी चाहिए। संदेह है कि फैट बढ़ाने के लिए पेट्रोलियम जेली का प्रयोग किया गया।

पेट्रोलियम जेली हुई थी बरामद इससे पहले 5 दिसंबर 2024 को विभाग ने स्याना अड्डा स्थित एक गोदाम से 800 लीटर पेट्रोलियम जेली बरामद की थी। यही जेली नकली घी बनाने में प्रयोग की जा रही थी। खाद्य सुरक्षा विभाग के उपायुक्त विनीत कुमार के अनुसार, मार्च में कुल 67 खाद्य पदार्थों की जांच रिपोर्ट में 22 नमूने असुरक्षित पाए गए।

13 नमूने अधोमानक मिले इनमें पनीर के 8, दूध के 4, एडिबल ऑयल का 1, दाल के 3, मसाले के 2 और नमकीन का 1 नमूना शामिल है। 13 नमूने अधोमानक पाए गए। न्यायालय ने असुरक्षित खाद्य पदार्थों के मामले में कुल 7.30 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। इसमें दूध के 10 मामलों में 2.65 लाख, मिठाई के एक व्यापारी पर 1.60 लाख और रिफाइंड व्यापारी पर 1.85 लाख रुपये का जुर्माना शामिल है।

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