सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने संसद परिसर में मीडिया से बात करते हुए कहा कि राज्य सभा में चर्चा के दौरान गृह मंत्री का जो भाव था वह बाबा साहब डॉ भीमराव अम्बेडकर का अपमान है। बाबा साहब डॉ भीमराव अम्बेडकर पर की गई टिप्पणी के लिए गृहमंत्री को माफी मांगनी चाहिए। और उन्हें सभी सांसदों की मांग माननी चाहिए। बाबा साहब के लिए इस तरह की भाषा का प्रयोग निंदनीय है। गृहमंत्री को अपने शब्द वापस लेना चाहिए।
भाजपा के लोग स्पीकर से भी ऊपर: अखिलेश यादव
लोकसभा में सांसदों के बीच धक्का मुक्की के सवाल पर अखिलेश यादव ने कहा कि घटना संसद परिसर में हुई है। संसद परिसर में लोकसभा अध्यक्ष ही सुप्रीम होते हैं। भाजपा को सबसे पहले स्पीकर के पास जाना चाहिए था। अगर शिकायत करना था, तो स्पीकर से करते। वे सभी नेताओं को बुलाकर बात कर लेते लेकिन भाजपा के लोग स्पीकर से भी ऊपर हो गये हैं।
नेता विरोधी दल राहुल गांधी पर एफआईआर को लेकर अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी के लोग पहले असंवैधानिक और गैरकानूनी कार्य करते हैं फिर शासन-प्रशासन के जरिए दूसरों पर झूठे मुकदमे लगवाकर आरोप लगाते हैं। भाजपा मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए इसी तरह का मॉडल प्रयोग करती है।
अमित शाह से माफी मांगने की मांग की
इससे पहले समाजवादी पार्टी के सांसदों ने गृहमंत्री अमित शाह द्वारा संसद में बाबा साहब डॉ भीमराव अम्बेडकर के प्रति की गई अपमानजनक टिप्पणी के विरोध में आज नई दिल्ली में विजय चौक से लेकर संसद भवन तक मार्च निकाल कर विरोध प्रदर्शन किया। समाजवादी पार्टी के सभी सांसदों ने लाल टोपी लगाकर बाबा साहब का चित्र लेकर नारे लगाते हुए मार्च किया और अमित शाह से माफी मांगने की मांग की।