Dainik Panchang 20 August 2024 :-
भाद्रपद मास की प्रतिपदा तिथि के दिन क्या होगा पूजा का शुभ मुहूर्त, यहां जानें पूरा पंचांग
आज का पंचांग 20 अगस्त 2024 :-
भाद्रपद महीने की प्रतिपदा तिथि के दिन सूर्योदय सुबह 5 बजकर 44 मिनट पर होगा। वहीं आज के दिन शतभिषा नक्षत्र रहेगा। आइए जानें आज का पूरा पंचांग।
Aaj ka Panchang 20 August 2024 :-
भाद्रपद महीने की प्रतिपदा तिथि के दिन सूर्योदय सुबह 5 बजकर 44 मिनट पर होगा। वहीं आज के दिन शतभिषा नक्षत्र रहेगा। आइए जानें आज का पूरा पंचांग।
20 अगस्त 2024
(आज का पंचांग 20 अगस्त 2024)
संवत – पिङ्गला विक्रम संवत 2081
माह – भाद्रपद, कृष्ण पक्ष
तिथि – प्रतिपदा
व्रत व पर्व – भादो प्रथम दिवस व्रत
दिवस – मङ्गलवार
सूर्योदय – 05:44 Am
सूर्यास्त – 07:02 Pm
नक्षत्र – शतभिषा
चन्द्र राशि – कुम्भ, स्वामीग्रह – शनि
सूर्य राशि – सिंह, स्वामी – सूर्य
करण – बालव 10:27 Am तक फिर कौलव
योग :- अतिगण्ड 09 PM तक फिर सुकर्मा
शुभ मुहूर्त
1 अभिजीत – 11:53 Am से 12:42 Pm
2 विजय मुहूर्त – 02:22 Pm से 03:25 Pm तक
3 गोधुली मुहूर्त – – 06:20 Pm से 07:26 Pm तक
4 ब्रम्ह मुहूर्त – 4:06 Am से 05:07 Am तक
5 अमृत काल – 06:04 Am से 07:55 Am तक
6 निशीथ काल मुहूर्त – रात्रि 11:54 से 12:43 तक रात
संध्या पूजन :- 06:21 PM से 07:21 Pm तक
दिशा शूल :- उत्तर दिशा । इस दिशा में यात्रा से बचें। दिशाशूल के दिन उस दिशा की यात्रा करने से बचते हैं, यदि आवश्यक है तो एक दिन पहले प्रस्थान निकालकर फिर उसको लेकर यात्रा करें।
अशुभ मुहूर्त
राहुकाल :- दोपहर 03 बजे से 04:30 बजे तक
क्या करें :- आज भाद्रपद माह का प्रतिपदा व्रत है। मंगलवार का पवित्र व्रत है। जी की उपासना करें। बजरंग बली जी की भक्ति प्राप्ति का व्रत रहें। आज मंगलवार है। मङ्गल व शनि ग्रह जनित कष्ट का उपाय भी करें। मंगलवार का उपवास अनवरत करें। सत्य पर ध्यान दें। श्री राम जी की उपासना करें। हनुमान जी को प्रसन्न करना सहज भक्ति भाव से ही आसान हो जाएगा आज बहुत पवित्र तिथि है। सप्तश्लोकी दुर्गा का पाठ करें। शिवलिंग की उपासना करें। दुर्गासप्तशती का पाठ भी करें। अन्न व फलों का दान करे। शिव मंदिर परिसर में बेल व पीपल का पेड़ लगाएं। आज मीठे जल से रुद्राभिषेक करने से सभी कष्ट समाप्त होते हैं। मधु से रुद्राभिषेक करने से धन, सम्पदा व ऐश्वर्य का सुआगमन होता है। तीर्थ करें। विग्रह पूजन करें। घर में पारद का शिवलिंग लाकर उनकी उपासना व मधु तथा जलाभिषेक से भगवान शिव की अनन्य भक्ति प्राप्त होगी। धार्मिक पुस्तकों का दान करें। हनुमान चालीसा का 07 बार पाठ करें।
क्या न करें – बड़े भाई का अपमान मत करें।