लखनऊ। इन दिनों यूपी बीजेपी में जिलाध्यक्ष पद के लिए आवेदन मंगाए जा रहे हैं। जिसके बाद सभी जिलों से भाजपा जिलाध्यक्ष बनने का सपना संजोए नेताओं और कार्यकर्ताओं ने अपनी दावेदारी की है। देवरिया जिले से इस पद के लिए 68 उम्मीदवारों ने आवेदन किया है, जिससे मुकाबला काफी दिलचस्प हो गया है।
नवीन शाही की दावेदारी से बढ़ी राजनीतिक सरगर्मियां
देवरिया जिलाध्यक्ष पद के प्रमुख दावेदारों में वर्तमान जिलाध्यक्ष भूपेंद्र सिंह पूर्वांचल विकास बोर्ड के सदस्य राजकुमार शाही के साथ नवीन शाही की दावेदारी ने जिले से लेकर प्रदेश तक राजनीतिक हलचलों को तेज कर दिया है। नवीन शाही प्रदेश सरकार में कद्दावर मंत्री सूर्य प्रताप शाही के करीबी सहयोगी माने जाते हैं, और उनकी साफ सुथरी छवि के कारण उनकी दावेदारी चर्चा का विषय बन गई है।
जनता से सीधे जुड़ाव और मजबूत नेतृत्व की छवि
नवीन शाही कौशल समाज कल्याण संस्थान के प्रबंधक और एनजीओ प्रकोष्ठ के जिला सह संयोजक भी हैं। उनकी लोकप्रियता को देखते हुए इस चुनाव में उन्हें सबसे मजबूत प्रत्याशी के तौर पर देखा जा रहा है। उनके सहज, सरल और शांत व्यक्तित्व के कारण उन्हें जनता का व्यापक समर्थन मिल रहा है, जो भाजपा जिलाध्यक्ष पद के लिए उनके हक में एक बड़ा फैक्टर हो सकता है।
प्रदेश स्तर पर बढ़ी राजनीतिक हलचलें
नवीन शाही की दावेदारी से देवरिया में भाजपा जिलाध्यक्ष पद के लिए मुकाबला काफी रोमांचक हो गया है। राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा है कि नवीन शाही का भाजपा जिलाध्यक्ष बनना लगभग तय है, और यह पद उन्हें उनकी कुशल कार्यशैली और मजबूत राजनीतिक पैठ के कारण मिल सकता है। अब देखना यह होगा कि कौन इस प्रतिष्ठित पद पर काबिज होता है, लेकिन नवीन शाही की दावेदारी ने जिले और प्रदेश में राजनीतिक सरगर्मियों को तेज कर दिया है।