एम.आई.एस.टी, के.जी एम.यू, एम.ओ.टी, बी.आई.एच.ए, सिविल और लोक बन्धु की स्थिति को सार्वजनिक डोमेन में शामिल किया जाए: मुख्य सचिव…!

दिनांक : 20 अक्टूबर, 2024

लखनऊ : मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने प्रमुख चिकित्सा महाविद्यालयों एवं विभागों की चिकित्सा व्यवस्था, प्रबंधन एवं विशेष रूप से एक खंड में आने वाले को निर्दिष्ट पूर्ण समाप्ति सुविधाये आदि के संबंध में संबंधित संस्थानों के साथ बैठक की।
अपने शोधपत्र में मुख्य सचिव ने कहा कि उत्तर प्रदेश शासन में उपलब्ध उच्चस्तरीय स्वास्थ्य सेवाओं पर सर्वोच्च ध्यान केन्द्रित किया जा रहा है। प्रदेश में तेजी से स्वास्थ्य इंफ्रास्ट्रक्चर पर कार्य हो रहा है। स्वास्थ्य क्षेत्र में बहुत सारा निवेश हुआ है।
उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी का उपयोग स्वास्थ्य सेवाओं के लिए और बेहतर बनाया जाना चाहिए। मॅशॅलिटी, केजी केजी, डॉ0 राम मनोहर मनोहर आयुर्वेद संस्थान, बन्धु, सिविल लोक और बंधुआ विभाग में बेड की रूम की स्थिति को सार्वजनिक डोमेन में डाला जाए।
उन्होंने संस्थान के प्रमुखों को यह कहते हुए मना कर दिया कि उनके पास पोर्टफोलियो और पोर्टफोलियो में सर्वश्रेष्ठ डॉक्टर और बुनियादी ढांचे और पर्याप्त मात्रा में कर्मचारी उपलब्ध हैं। उच्च स्तर के निजी मेडिकल कॉलेजों में भर्ती कर्मचारियों से सेवानिवृत्त चिकित्सक कार्य करते हैं। हॉस्पिटल आने वाले मरीज और तीमारदार अनुभव लेकर जाएं और आउटडोर हॉस्पिटल और डॉक्टर की सराहना करें, इस पर विचार और कार्य करने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि आने वाला व्यक्ति परेशान होता है। अस्पताल प्रशासन की जिम्मेदारी है कि अस्पताल में उपलब्ध डॉक्टर, स्टाफ और स्टाफ का बेहतर उपयोग कर मरीज को उच्च स्तरीय उपचार सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। हॉस्पिटल एंट्रेंस प्वाइंट पर एक टीम मौजूद रह रही है, जो यह सुनिश्चित करे कि मरीज के साथ सही व्यवहार हो, आवश्यकतानुसार उसे वार्ड ब्यावय, रेफरी आने और अस्पताल की सुविधा मिले। इंजीनियर्स व्हीलचेयर से रोगी को कहां जाना है और क्या करना है, इस बारे में गाइड करने की व्यवस्था हो। कहीं भी स्कूटर व चौराहे को शोरूम में न रहे। वार्ड के पास भी अस्पताल प्रशासन की टीम होनी चाहिए।


उन्होंने कहा कि मरीज के साथ अच्छा विचार, बीमारी के बारे में सही जानकारी और मार्गदर्शन से किसी भी तरह की कोई शिकायत नहीं रहेगी। अस्पताल आने वाले व्यक्तिगत अच्छा अनुभव लेकर जाएंगे और बाहरी विक्रेता वह संस्थान और डॉक्टरों की सराहना भी करेंगे।
बैठक में प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा श्री पार्थ सारथी सेन शर्मा, निदेशक चिकित्सा शिक्षा श्री पार्थ सारथी सेन शर्मा, निदेशक चिकित्सा शिक्षा श्रीमती किंजल सिंहए, जापानी चिकित्सा एवं स्वास्थ्य डॉक्टर टियर टेलर, केजी तीमुथियुस की वीसी श्रीमती सोनिया नित्यानंद, निदेशक राम मनोहर मनोरथ आयुर्वेद संस्थान प्रो0 सीएम सिंह सहित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के पोर्टफोलियो के प्रमुख विभाग अधिकारीगण आदि उपस्थित थे।

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