श्रावण माह माहात्म्य दूसरा अध्याय ! Chapter – 2 Shravan Maas ki Katha

ईश्वर बोले – हे महाभाग ! आपने उचित बात कही है। हे ब्रह्मपुत्र ! आप, विनम्र, गुणी, श्रद्धालु तथा भक्तिसंपन्न…