लखनऊ। कांग्रेस पार्टी की ओर से हुए धरना प्रदर्शन के दौरान प्रभात पाण्डेय की मौत को लेकर यूपीसीसी अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि शांतिपूर्ण तरीके से चल रहे धरने में पुलिसिया बर्बरता के कारण मुझे और अविनाश पाण्डेय समेत कई कार्यकर्ताओं को चोटें आई और प्रभात पाण्डेय की मौत हुई है। कांग्रेस पार्टी ने स्वयं सबसे पहले उनकी मौत की जांच की मांग उठाई। प्रदेश सरकार से मुआवजे के रूप में 1 करोड़ रूपये व परिवार में एक सदस्य के लिए सरकारी नौकरी की मांग की इसके साथ ही कांग्रेस पार्टी की ओर 10 लाख रूपये की आर्थिक सहायता का ऐलान किया है।
अजय राय ने कहा कि हम घटना के पहले दिन से ही जांच में सहयोग कर रहे हैं और पुलिस द्वारा कही गई बातों को सही मान रहे हैं। घटना की मध्यरात्रि में पुलिस द्वारा घटना स्थल देखने की इच्छा जताई गई जिसे हमने तुरंत स्वीकार लिया, पुलिस ने रात में ही घटना स्थल का निरीक्षण किया और उसे सील करने की बात कही, हमने उनकी उस बात को भी स्वीकार किया। घटना के दिन शाम को ही पुलिस पेन ड्राइव में सीसीटीवी की सभी रिकॉर्डिंग ले जा चुकी थी। मगर उसके बाद भी उन्होंने रात्रि में डीबीआर ले जाने की इच्छा जताई और हमने सहयोग करते हुए उन्हें डीबीआर सौंप दिया।
यूपीसीसी अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि कार्यालय और कांग्रेस कार्यकर्ताओं में जिनके बयान पुलिस लेना चाहती है हम उस प्रक्रिया में भी सहयोग कर रहे हैं। जबकि सच यह है कि कई ऐसे लोग जो घटना के समय मौजूद ही नहीं थे। उनके भी बयान पुलिस लेना चाहती है हमने उनकी इस बात को भी मानते हुए उनका सहयोग किया।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि पुलिसिया बर्बरता के कारण प्रभात पाण्डेय की मृत्यु हुई है। और पुलिस अपना गिरेबान बचाने के लिए और योगी सरकार इसे राजनैतिक रंग देने की मंशा से काम कर रही है। हम इसकी घोर भर्त्सना करते हैं और एक निष्पक्ष जांच की मांग करते हैं।