छात्र-छात्राओं को सिखाए गए आपदा प्रबंधन के तरीके: कानपुर के DBS कॉलेज में मॉक ड्रिल के जरिए दिए गए बचाव और रोकथाम के टिप्स।

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कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. अनिल कुमार मिश्रा द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। आपदा एक ऐसी स्थिति होती है जिसमें मानवीय, भौतिक, आर्थिक अथवा पर्यावरणीय क्षति होती है, जो सामान्य संसाधनों से निपटने के योग्य नहीं होती।
इसके रोकथाम की जानकारी दी।
आपदा प्रबंधन की तैयारी और रोकथाम अत्यंत आवश्यक
उन्होंने कहा कि भारत जैसे विशाल और विविधतापूर्ण देश में प्राकृतिक तथा मानवजनित आपदाओं का खतरा हमेशा बना रहता है इसलिए आपदा प्रबंधन की तैयारी और रोकथाम अत्यंत आवश्यक है। आपदा प्रबंधन की तैयारी का उद्देश्य आपदा आने से पहले उसकी प्रभावशीलता को कम करना, जान माल की हानि को रोकना तथा पुनः स्थापन को सरल बनाना है।
पीपीटी स्लाइड के द्वारा दी जानकारी
कार्यक्रम की संयोजिका डॉ. अनीता निगम ने बताया कि स्थानीय लोगों को आपदा के समय क्या करना चाहिए क्या नहीं करना चाहिए। इसके संबंध में पीपीटी स्लाइड के द्वारा इसकी विस्तृत जानकारी दी गई।
उन्होंने यह भी बताया कि स्कूलों कॉलेजों, पंचायतों आदि में प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। आपदा प्रबंधन केवल सरकार का दायित्व नहीं है, बल्कि समाज के हर नागरिक की जिम्मेदारी है, बेहतर पूर्व तैयारी शिक्षण, प्रशिक्षण और रोकथाम उपाय के माध्यम से आपदाओं के प्रभावों को काफी हद तक कम कर सकते हैं।
यदि हम सामूहिक रूप से प्रयास करें तो आपदा को अवसर में बदल सकते हैं जो हमारे प्रधानमंत्री का मूल सिद्धांत है।
ये लोग भी रहे मौजूद
कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन डॉ. केके श्रीवास्तव ने किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. दीपाली द्विवेदी ने किया।