अम्बेडकरनगर में बिजली चोरी की जांच के लिए नई व्यवस्था लागू: विजिलेंस टीम को जांच के दौरान जियोटैग फोटो और वीडियोग्राफी करना होगा अनिवार्य

अंबेडकरनगर में बिजली चोरी रोकने के लिए पावर कॉरपोरेशन ने नई व्यवस्था लागू की है। विजिलेंस टीम को अब जांच के दौरान वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी करना अनिवार्य होगा।
जिले में 4.25 लाख से अधिक बिजली उपभोक्ता हैं। 42 उपकेंद्रों से इन्हें बिजली आपूर्ति की जाती है। विभाग द्वारा खरीदी गई बिजली का 25 प्रतिशत लाइन लॉस में चला जाता है। इसे रोकने के लिए कॉरपोरेशन ने कड़े कदम उठाए हैं।
नई व्यवस्था के तहत विजिलेंस टीम को मीटर की रीडिंग के साथ तिथि अंकित करनी होगी। जियोटैग फोटो में रीडिंग, तिथि और समय स्पष्ट दिखना चाहिए। उपभोक्ता चाहे तो टीम के साथ फोटो खिंचवा सकता है। इससे टीम पर भ्रष्टाचार के आरोप नहीं लगेंगे।
अधीक्षण अभियंता राजकुमार त्रिपाठी के अनुसार, जांच आख्या को मौके पर ही आरएमएस पोर्टल पर अपलोड करना होगा। उपभोक्ता टीम से परिचय पत्र मांग सकते हैं। यह कदम विजिलेंस टीम पर लगने वाले आरोपों और शिकायतों को रोकने के लिए उठाया गया है। इससे कार्रवाई में पारदर्शिता आएगी और उपभोक्ता भी जांच की प्रक्रिया को देख सकेंगे।