लखनऊ में उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी की अनूठी पहल: नाटक के ज़रिए दिया कन्या भ्रूण हत्या और शिक्षा का संदेश

उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी, लखनऊ और रंगमंडल विजय बेला के संयुक्त प्रयास से सरदार पटेल इंटर कॉलेज, बिनोहनी में एक महीने की नाट्य कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का समापन नाटक ‘किस्सा मौजपुर का’ की प्रस्तुति के साथ हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत पूर्व ब्लॉक प्रमुख राम उजागर वर्मा और विद्यालय के अन्य गणमान्य अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ की गई। यह नाटक जयवर्धन द्वारा लिखा गया और निर्देशन किया चंद्रभाष सिंह ने, जबकि संगीत और नृत्य का निर्देशन जूही कुमारी ने किया।
नाटक की थीम:
नाटक में एक गांव की कहानी को दर्शाया गया, जहां एक लालची डॉक्टर भ्रूण जांच और अवैध गर्भपात करता है। इसका नतीजा यह होता है कि गांव में बेटियों की संख्या लगातार घटती जाती है, जिससे विवाह के लिए लड़कियां मिलना मुश्किल हो जाता है। स्थिति इतनी बिगड़ जाती है कि दूल्हों को लड़कियों के घर जाना पड़ता है।
छात्रों का संदेश:
नाटक में 35 छात्रों ने अपने सशक्त अभिनय से बेटी बचाओ और शिक्षा जैसे सामाजिक संदेशों को प्रभावशाली तरीके से पेश किया। इस प्रस्तुति के माध्यम से यह बताया गया कि बेटियों और शिक्षा के बिना समाज का भविष्य अधूरा है। नाटक ने गंभीर विषय को सरल भाषा और हास्य के माध्यम से दर्शकों तक पहुंचाया।
कार्यशाला के अंत में उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी ने सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया।