बदायूं में निवेश के नाम पर करोड़ों की ठगी का मामला: अमर ज्योति कंपनी के मालिकों की तलाश में जुटेगी एसटीएफ, इनाम की राशि बढ़ाने की तैयारी

दरअसल, शशिकांत और सूर्यकांत की गिरफ्तारी के नाम पर लोकल पुलिस फेल साबित हो चुकी है। वजह है कि इनके एनबीडब्ल्यू (नॊन बेलेवल वारंट) होने के बाद पुलिस टीमें प्रयागराज व लखनऊ के बीच छिपे इन शातिरों को नहीं पकड़ सकी है। ऐसे में अफसरों को भी आभास है कि केवल पुलिस टीमों के भरोसे इनकी गिरफ्तारी संभव नहीं है।
ऐसे में दोनों शातिरों पर इनाम घोषित करने के साथ ही एजेंसियों को इनकी गिरफ्तारी की जिम्मेदारी सौंपने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इस लिहाज से जहां एसएसपी की ओर से दोनों भाइयों पर 25 हजार का इनाम घोषित किया गया है। वहीं अब डीआईजी को इनाम की धनराशि दोगुनी करने का प्रस्ताव भेजा जा चुका है। जबकि इसके बाद एडीजी बरेली जोन के स्तर से इनाम की धनराशि बढ़ाई जाएगी। ताकि अन्य एजेंसियां भी इन शातिरों की गिरफ्तारी में जुट जाएं।
ये है पूरा मामला दरअसल, अमर ज्योति फाइनेंस कंपनी बदायूं में कई साल से एक्टिव थी और निवेश के नाम पर लोगों की रकम एजेंट्स के माध्यम से इकट्ठी कर रही थी। अधिवक्ता से लेकर बड़े व छोटे व्यापारियों समेत रोज कमाने-खाने वाले तबके के लोगों ने अपनी बचत का निवेश इस कंपनी में किया। जबकि ठीकठाक रकम एकत्र होने पर यह कंपनी भाग निकली।
यहां की प्रापर्टी भी बेचने की साजिश रची गई, हालांकि फिलहाल प्रापर्टी खरीद-फरोख्त पर प्रशासन ने पाबंदी लगा दी है। इसी बीच दोनों शातिर भाइयों समेत इनके कुछ एजेंट्स के खिलाफ चार एफआईआर भी दर्ज हो चुकी हैं। जबकि सैकड़ों तहरीरें पुलिस को ऐसी मिली हैं, जिनमें दोनों दगाबाज घोषित हुए हैं। एसएसपी डॉ ब्रजेश सिंह ने बताया कि दोनों फरार शातिरों पर इनाम की राशि बढ़ाई जाएगी, प्रस्ताव भेजा गया है।