BBAU घुमन्तू भाषा शब्द संचय प्रविधि शिविर का हुआ समापन

लखनऊ। राजधानी के बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय में घुमन्तू भाषा शब्द संचय प्रविधि शिविर का बेहतरीन समापन हुआ। लोक कला एवं बोली विकास अकादमी, मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद, भोपाल सोसायटी फॉर एण्डेंजर्ड एंड लैसर नोन लैंग्वेजेस लखनऊ एवं बीबीएयू के साथ में यह त्रिदिवसीय शिविर विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित किया गया।
डॉ धर्मेंद्र पारे ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि सारे शोध केवल शोध नहीं होते शोध में नैतिकता से जुड़े पहलू भी होते हैं। कोई भी विद्या छल से प्राप्त नहीं की जा सकती और यदि की गई तो उसका कोई महत्व नहीं रह जाता। इसीलिए शोध में नैतिक मूल्य बने रहने चाहिए। साथ ही इस दौरान हमें अपने मन की पवित्रता को भी बनाकर रखना चाहिए।
समापन सत्र की अध्यक्षता लोक कला एवं बोली विकास अकादमी के निदेशक डॉ धर्मेंद्र पारे द्वारा की गयी। इसके अतिरिक्त मुख्य तौर पर सोसायटी फॉर एण्डेंजर्ड एंड लैसर नोन लैंग्वेजज की अध्यक्ष प्रो. कविता रस्तोगी एवं कार्यक्रम समन्वयक डॉ. बलजीत श्रीवास्तव मौजूद रहे। प्रो कविता रस्तोगी ने शब्द संचय पर अपने अनुभव व्यक्त किये। इसके अतिरिक्त अन्य अध्येताओं ने भी घुमंतु समुदाय से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर अपने विचार एवं अनुभव प्रस्तुत किए।