यूपीएससी की परीक्षा अपने तीसरे प्रयास में क्रैक कर कैसे बनीं आईपीएस अफसर अंकिता शर्मा, जानें

कासगंज। उत्तर प्रदेश के कानपुर की तेज तर्रार आईपीएस अफसर अंकिता शर्मा का कासगंज में तबादला हो गया है। कानपुर में उन्होंने अपना एक सफल कार्यकाल बिताया है। अपराधियों के खिलाफ उनके ऐक्शन को लेकर अभी भी यहां चर्चा होती है। हत्या और लूट की कई वारदातों का खुलासा करने वाली अंकिता ट्रांसफर लिस्ट सामने आने के बाद भी ऐक्शन मोड में नजर आईं। उनके नेतृत्व में कानपुर में कई हाफ एनकाउंटर हुए और अपराधी पकड़े गए।
अंकिता बचपन से ही काफी मेधावी छात्रा रहीं हैं
महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों पर उनका रुख काफी सख्त रहा। साल 2018 बैच की आईपीएस अफसर अंकिता शर्मा मूलतः राजस्थान की राजधानी जयपुर की रहने वाली हैं। 23 जुलाई 1992 को जन्मीं अंकिता ने अपने तीसरे प्रयास में यूपीएससी क्रैक किया है। उनके पास बीटेक की डिग्री है। अंकिता बचपन से ही काफी होनहार स्टूडेंट रहीं। 12वीं की पढ़ाई के बाद उन्होंने साल 2014 में एनआईटी जमशेदपुर में इलेक्ट्रिकल इंजिनियरिंग में ऐडमिशन ले लिया।
तीसरे प्रयास में हुईं सफल
कॉलेस से उन्हें नौकरी भी ऑफर हुई लेकिन उन्होंने इसे ठुकराते हुए आईपीएस बनने का फैसला किया। साल 2018 में उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा अपने तीसरे प्रयास में क्रैक की और आईपीएस बन गईं। अपनी सरलता और कुशल नेतृत्व के लिए पहचानी जाने वाली अंकिता ने अपराध के खिलाफ कई सख्त कदम उठाए हैं। उनका नाम डीप फेक वीडियो के वजह से भी चर्चा में आया था। उनका डीप फेक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था।