यहां खेली जाती है अनोखी जूता मार होली : स्वेक्षा से ढंकी जाती हैं पूरे शहर की मस्जिदें…..!
दुनिया की सबसे अनोखी जूते मार होली इस इस शहर में खेली जाती है और यहां जमकर हुड़दंग होता है। होली से एक हफ्ते पहले शाहजहांपुर की लगभग 67 मस्जिदों को तिरपाल से ढक दिया जाता है। ताकि कोई मस्जिदों पर रंग ना डाल सके और माहौल को खराब ना कर सके। इसके लिए मस्जिदों के बाहर सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने की भी बात पुलिस प्रशासन द्वारा कही जा रही है। दरअसल शाहजहांपुर में जूते मार होली खेली जाती है और लगभग 10 किलोमीटर लंबा एक जुलूस निकाला जाता है।
इस जुलूस में भैंस गाड़ी पर लाट साहब को बैठाया जाता है। उसको जूतों से पीटते हुए पूरे शहर में घुमाया जाता है। इस जुलूस में हजारों की संख्या में लोग होते हैं। माहौल न बिगड़े जिसको लेकर जिला प्रशासन मस्जिदों और मजारों को तिरपाल से ढक देते हैं। ताकि उन पर रंग ना पड़ सके और माहौल खराब ना हो सके।
हालांकि मुस्लिम समुदाय जिला प्रशासन की इस कदम का समर्थन करता है ।मुस्लिम समुदाय का कहना है कि अगर मस्जिद ढकी होगी तो उनके धार्मिक स्थल पर रंग नहीं पड़ेगा, अगर रंग नहीं पड़ेगा तो फिर माहौल खराब नहीं होगा। फिलहाल पुलिस का कहना है कि खुफिया विभाग की टीम शादी वर्दी में धार्मिक स्थलों की निगरानी करेगी और ड्रोन कैमरों के जरिए भी धार्मिक स्थलों की निगरानी की जाएगी। मुस्लिम धर्म गुरुओं के साथ पीस मीटिंग के जरिए उनकी सहमति ले ली गई है। फिलहाल पुलिस का दावा है कि धार्मिक स्थल सुरक्षित है और शांति पूर्ण ढंग से होली मनायी जाएगी।
पुलिस अधीक्षक राजेश यश ने प्रेस वार्ता के दौरान पत्रकारों द्वारा इस आयोजन को लेकर किए गए सवालों के जवाब में कहा कि ये शहीदों की धरती है। सभी धर्म के संभ्रांत लोगों से दूसरे चरण की बातचीत आज फिर होगी साथ ही ये भी कहा कि यहां के लोग हमेशा की तरह गंगा यमुनी तहजीब के साथ शान्ति पूर्वक ये त्योहार मनाएंगे। उनके अनुसार माननीय मुख्यमंत्री जी के आदेशों का पालन हो रहा है,जिले में विशेष सतर्कता बरती जा रही है।
ब्यूरो शाहजहांपुर धर्मेंद्र कुमार शर्मा की रिपोर्ट