कन्नौज-हरदोई को जोड़ने वाला गंगा पुल धंसा: आवागमन बाधित
कन्नौज। उत्तर प्रदेश कन्नौज जनपद में स्थित महादेवी घाट पर बने गंगा पुल का एक हिस्सा गुरुवार रात को धंस गया। जिसके बाद कन्नौज और हरदोई के बीच यातायात ठप हो गया। यह पुल 1 सितंबर 1989 को तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी द्वारा उद्घाटन किया गया था। पुल के नीचे लगे रोलर की बेयरिंग टूटने से पुल का एक हिस्सा करीब चार अंगुल धंस गया। घटना की जानकारी मिलते ही प्रशासन ने सुरक्षा उपायों को तत्काल प्रभाव से लागू किया।
घटनास्थल पर सुरक्षा इंतजाम
घटना की सूचना जैसे ही मिली कन्नौज जिले की यातायात पुलिस ने मौके पर पहुंचकर धंसे हुए स्थान को बैरिकेडिंग के जरिए सील कर दिया। इसके साथ ही, कन्नौज से हरदोई जाने वाले बड़े वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई। रूट डाइवर्जन भी लागू कर दिया गया, जिससे वाहनों को वैकल्पिक मार्गों से भेजा जा रहा है। हरदोई से कन्नौज आने वाले वाहनों के लिए भी रूट में बदलाव किया गया है।
महादेवी घाट का ऐतिहासिक महत्व
महादेवी घाट कन्नौज से हरदोई जाने वाले मार्ग पर स्थित है और इसे उत्तर प्रदेश की मशहूर कवियत्री महादेवी वर्मा के नाम पर नामित किया गया है। 1985 में गंगा पर बने इस पुल का उद्घाटन तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने किया था। घाट का नाम महादेवी वर्मा से जुड़ा है, क्योंकि 1987 में उनके निधन के बाद उनकी अस्थियां यहां विसर्जित की गईं थीं। इसके बाद से इस घाट को महादेवी घाट के नाम से जाना जाता है। वहीं पुल के धंसने की घटना ने जिले में चिंताएं बढ़ा दी हैं, जबकि प्रशासन इस समय स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहा है।