लखीमपुर में 20 मिनट तक गिरे ओले, गर्मी से मिली राहत पर किसानों की चिंता बढ़ी; गन्ना, मक्का और आम की फसलें खराब हो गईं

ओले इतने ज्यादा गिरे कि जमीन पर नमक जैसी सफेदी दिखाई देने लगी। बारिश थमने के बाद बच्चे इन ओलों से खेलते और बाल्टियों में भरते नजर आए। लेकिन वहीं दूसरी ओर किसानों की आंखों में चिंता साफ झलकने लगी। गन्ना, आम, मक्का, बाजरा और सब्जियों की फसलें बुरी तरह प्रभावित हुईं हैं।
पिछले हफ्ते 44 डिग्री पहुंचा था पारा
लखीमपुर में बीते एक सप्ताह से लू और भीषण गर्मी से लोग बेहाल थे। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 38 डिग्री रहा था, जो शनिवार को बढ़कर 44 डिग्री तक पहुंच गया था। गर्मी के चलते सड़कों पर सन्नाटा पसरा था और लोग गन्ने के जूस, बेल के शरबत और जलजीरा पीकर राहत पाने की कोशिश कर रहे थे।
राहत और नुकसान साथ लेकर आई बारिश
रविवार और सोमवार को भी तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना रहा, लेकिन मंगलवार सुबह की बारिश और ओलावृष्टि ने मौसम में ठंडक घोल दी। हालांकि इससे किसानों को भारी नुकसान झेलना पड़ा। प्रशासन की ओर से फसलों के नुकसान का सर्वे कराया जा रहा है।